लेकिन पहाड़ मुझे श्रीकाकुलम जैसा लगता है
हाँ, मैं गया हूँ भोजपुर
भोजपुर मुझे ठीक पहाड़ जैसा लगा
एक पहाड़ की यात्रा
समाप्त होते ही
सामने आ जाता है दूसरा पहाड़
पिछली यात्रा ही
बनती है अगले पहाड़ की
चढ़ाई का सोपान
दूसरा पहाड़ है भोजपुर
तो निश्चित ही
पहला पहाड़ होगा श्रीकाकुलम
मैं नहीं गया हूँ श्रीकाकुलम
लेकिन
पहाड़ मुझे श्रीकाकुलम जैसा लगता है
प्रभात सरसिज
५ जुलाई, १९९२
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